नोएडा में AOA चुनाव पर विवाद : निवासी बोले- सवाल करने पर‌ झेलना पड़ता टॉर्चर, द गोल्डन पाम सोसायटी में काम के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति

नोएडा | 2 दिन पहले | Nitin Parashar

Tricity Today | द गोल्डन पाल्म सोसायटी



Noida News : शहर की हाईराइज सोसाइटी में समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही है। कई सोसाइटी में एओए चुनाव को लेकर विवाद प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। ऐसे ही एक मामला सेक्टर-168 की 'द गोल्डन पाम' सोसायटी का आया है। जहां सोसायटी के कालातीत प्रबंधन समिति के लोग गड़बड़ी कर रहे हैं। आरोप है कि पुराने अध्यक्ष और दूसरे सदस्य भ्रष्टाचार में शामिल हैं। वे सोसायटी के पैसों का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं।

निवासियों को किया जाता है प्रताड़ित 
निवासियों का आरोप है कि प्रशासन के आदेश को दरकिनार करते हुए, कालातीत होने के बावजूद पूर्व अध्यक्ष अपनी गुंडागर्दी के बल पर पद पर काबिज है। जब कोई निवासी इस भ्रष्टाचार या वित्तीय खर्चा पर सवाल उठाता है, तो उसे आर्थिक और सामाजिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है। इस मामले की जांच हो और दोषी लोगों पर कार्रवाई की जाए।

निवासियों की परेशानी 
सोसायटी में रहने वाले लोगों ने कई तरह की परेशानियों का जिक्र किया है। जैसे - व्हाट्सएप ग्रुप पर बदनामी करना, घर की बिजली काटना, गाड़ियों को नुकसान पहुंचाना, घर से सामान जबरन उठवाना और यहां तक कि सोसायटी में प्रवेश बंद करवाना। कुछ निवासियों को बिजली के खराब मीटर के बदले 7500 रुपये में नए मीटर बेचे जा रहे हैं, जबकि बाजार में इनकी कीमत महज 1500 रुपये है।

5 हजार निवासी रहते हैं
इस विशाल सोसायटी में 11 टावर हैं, जिनमें करीब 1400 फ्लैट और 5 हजार से ज्यादा लोग रहते हैं। निवासियों का आरोप है कि पूर्व अध्यक्ष ने अक्टूबर 2021 से मार्च 2023 तक कॉमन एरिया मेंटेनेंस चार्ज और बिजली चार्ज के नाम पर लगभग 20-25 करोड़ रुपये का हिसाब नहीं दिया है। साल के अंत में निवासियों को एक जालसाजी से ऑडिट किया गया बैलेंस शीट दिया जाता है। जब कोई बैंक स्टेटमेंट, पेमेंट रसीद या वेंडर के ऑर्डर की जानकारी मांगता है, तो उसे गालियां दी जाती हैं। यह सब यूपी अपार्टमेंट एक्ट के खिलाफ है, जिसके तहत यह जानकारी देना अनिवार्य है।

निवासियों की मांग 
निवासियों का कहना है कि सोसायटी मेंटेनेंस फंड के प्रभाव के कारण न तो प्रशासन और न ही पुलिस उनकी शिकायतों पर कोई कार्रवाई कर रही है। वे न्याय की मांग कर रहे हैं और चाहते हैं कि इस मामले की गहन जांच हो, ताकि दोषियों को सजा मिले और सोसायटी में फिर से शांति कायम हो सके।

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