Google Image | Noida airport will handle 90% domestic flights during initial phase
निर्माण के पहले चरण में नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का एक रनवे बनाया जाएगा और प्रारंभिक वर्षों में करीब 90 फीसद घरेलू उड़ानें संचालित की जाएंगी। ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल के एक शीर्ष अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। उत्तर प्रदेश सरकार और ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल के अधिकारियों ने दिल्ली के बाहर जेवर में नोएडा हवाई अड्डे का निर्माण शुरू करने के लिए बुधवार को एक समझौते पर हस्ताक्षर किये।
ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल (एशिया) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डेनियल बिरचर ने पीटीआई-भाषा से कहा, '' हम इसका (नोएडा हवाई अड्डे का) निर्माण करने के लिए निश्चित ही स्थानीय निर्माण साझेदारों के साथ काम करेंगे लेकिन हम फिलवक्त मुख्य निवेशक होंगे। उन्होंने कहा कि कंपनी को बाद में हवाई अड्डे के विकास के लिए अन्य वित्तीय निवेशक मिल सकता है।
जयूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल का फिलहाल नोएडा हवाई अड्डा परियोजना में शत प्रतिशत हिस्सेदारी है। उसने नोएडा हवाई अड्डे के लिए 40 वर्ष का रियायत प्राप्त करने के लिए दिल्ली इंटरनेशनल एयरलर्ट लिमिटेड (डायल), अडानी इंटरप्राइजेज और एंकरेज इंफ्रास्ट्रक्चर इनवेस्टमेंट होल्डिंग लिमिटेड से बढ़ कर बोली लगायी थी। जीएमआर ग्रुप की अगुवाई वाली डायल दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का संचालन करती है। नोएडा हवाई अड्डा स्थल मुख्य दिल्ली से करीब 70 किलोमीटर दूर है। बिरचर ने कहा कि कंपनी के पास इस हवाई अड्डे के निर्माण के लिए साढ़े तीन साल हैं।