Google Image | निठारी कांड का सीरियल किलर और घटनास्थल की फोटो
Noida News : बॉलीवुड के उभरते सितारे विक्रांत मैसी और दीपक डोबरियाल की आने वाली फिल्म 'सेक्टर 36' का ट्रेलर हाल ही में रिलीज हुआ है। पिछले साल कई सफल प्रोजेक्ट्स में काम कर चुके विक्रांत मैसी इस फिल्म में एक सीरियल किलर की भूमिका में नजर आएंगे। ट्रेलर में उनके किरदार की खौफनाक छवि को बखूबी पेश किया गया है। पुलिस अफसर की भूमिका निभा रहे दीपक डोबरियाल फिल्म में मर्डर केस की गुत्थी सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं।
फिर डराएगा सीरियल किलर
फिल्म 'सेक्टर 36' का ट्रेलर रिलीज होने के साथ ही दर्शकों के मन में सवाल उठ रहे थे कि क्या यह फिल्म 2006 के निठारी कांड (Nithari Case) पर आधारित है। हालांकि ट्रेलर के साथ जारी बयान में मेकर्स ने साफ किया है कि यह कहानी सच्ची और चौंकाने वाली घटनाओं से प्रेरित है। ट्रेलर की शुरुआत में विक्रांत मैसी पुलिस स्टेशन में बैठकर दीपक डोबरियाल का इंतजार करते नजर आते हैं। दीपक के सामने आते ही विक्रांत का सीरियल किलर अवतार दर्शकों को डरावना एहसास कराता है।
फिल्म 13 सितंबर को रिलीज होगी
दीपक डोबरियाल का किरदार बच्चों के गायब होने की गुत्थी सुलझाने की कोशिश करता है, लेकिन मामला तब और पेचीदा हो जाता है जब विक्रांत उसकी बेटी को किडनैप कर लेता है। ट्रेलर में विक्रांत का खौफनाक किरदार और उसकी परेशान करने वाली हरकतें फिल्म की कहानी में गहराई और रोमांच भर देती हैं। फिल्म का निर्माण दिनेश विजन और ज्योति देशपांडे ने किया है, जबकि इसका निर्देशन आदित्य निंबालकर ने किया है। फिल्म 13 सितंबर को नेटफ्लिक्स पर रिलीज होने जा रही है।
रोंगटे खड़े कर देगी कहानी
'सेक्टर 36' की कास्ट में विक्रांत मैसी, दीपक डोबरियाल, आकाश खुराना, दर्शन जरीवाला, बहारुल इस्लाम और इप्सिता चक्रवर्ती सिंह शामिल हैं। फिल्म की स्क्रिप्ट बोधायन रॉयचौधरी ने लिखी है और एडिटिंग ए श्रीकर प्रसाद ने की है। फिल्म का ट्रेलर दर्शकों को एक गहन और रोंगटे खड़े कर देने वाली कहानी का संकेत देता है, जो विक्रांत मैसी और दीपक डोबरियाल के शानदार अभिनय के साथ एक्शन और रोमांच की अच्छी खुराक प्रदान करेगी।
2006 में सामने आया था निठारी कांड
निठारी कांड दिसंबर 2006 में सामने आया था। नोएडा में एक कारोबारी के घर में कई लड़कियों और महिलाओं के शव और कंकाल मिले थे। मामले की जांच सीबीआई ने की थी। सीबीआई ने मकान मालिक एमएस पंधेर और उसके हेल्पर कोली को आरोपी बनाया था। निचली अदालत ने दोनों को दोषी करार दिया था। कोली को 12 मामलों में और पंधेर को दो मामलों में फांसी की सजा सुनाई गई थी। हालांकि, जब मामला हाईकोर्ट में आया तो हाईकोर्ट ने सबूतों के अभाव में अक्टूबर 2023 में पंधेर और कोली को बरी कर दिया था। हाईकोर्ट ने मामले की जांच के तरीके पर भी सीबीआई के खिलाफ टिप्पणी की थी।