गाजियाबाद पुलिस का सनसनीखेज खुलासा: जानिए मुकीम गैंग की खासियत, गैंगस्टर को ही मिलती थी एंट्री!

Tricity Today | मुकीम गिरोह‌ के शातिरों की गिरफ्तारी और बरामदगी की जानकारी देते डीसीपी सिटी राजेश कुमार।



Ghaziabad News : गाजियाबाद पुलिस के सिंघम एसीपी रितेश त्रिपाठी के नेतृत्व वाली नगर कोतवाली टीम को आज एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी। टीम ने शुक्रवार तड़के हुई मुठभेड़ में लंगड़े हुए मुकीम का पूरा गिरोह वर्स्ट कर दिया।गाजियाबाद पुलिस उस समय सन्न रह गई जब पकड़े गए सारे शातिर गैंगस्टर निकले, पता चला है कि मुकीम ने अपने गैंग में शामिल करने की यही 'योग्यता' निर्धारित की हुई थी।

दिल्ली- एनसीआर और वेस्ट यूपी में था आतंक
मुकीम गिरोह ‌दिल्ली- एनसीआर के साथ- साथ पश्चिमी उत्तर प्रदेश में स्नेचिंग और लूट की वारदातों को अंजाम देता था। गिरोह के शातिर बदमाशों से पुलिस ने लूटे गए 41 मोबाइल, चार बाइक और दो स्कूटी बरामद करने का दावा किया है। आसिफ नाम के बदमाश ने पुलिस पर गोली चलाई तो जवाबी कार्यवाही में पुलिस ने उसे लंगड़ा कर दिया। आसिफ मुजफ्फरनगर का रहने वाला है और कल मुकीम के साथ हुई मुठभेड़ के दौरान वह फरार हो गया था।

विजयनगर रोड के पास चार दबोचे
डीसीपी सिटी राजेश कुमार ने बताया कि एसीपी रितेश त्रिपाठी के नेतृत्व में नगर कोतवाली पुलिस की टीम मुकीम से पूछताछ के दौरान मिले इनपुट पर काम कर रही थी। देर रात नया बस अड्डा (शहीद स्थल) मेट्रो स्टेशन के पास चैकिंग के दौरान एक स्कूटी और बाइक पर चार युवकों को रुकने का इशारा किया गया, लेकिन युवक रुके नहीं। पुलिस ने विजयनगर रोड के पास चारों को घेरकर दबोच लिया।

साईं उपवन में छिपाया हुआ था लूट का माल
पूछताछ पर उन्होंने बताया कि साई उपवन में लूट गया माल छिपाया हुआ है, उसे साईं उपवन से निकालकर दिल्ली में बेचने जाने के लिए निकले थे। चारों ने अपने नाम मोहसिन उर्फ सोनू, आरिफ, समीर और सलमानी उर्फ गुड्डू बताए, साथ में यह भी बताया कि उनका एक साथी, ‌जो मुजफ्फरनगर का रहने वाला आसिफ है साईं उपवन में हमारा इंतजार कर रहा है। अभियुक्तों की निशानदेही पर पुलिस टीम साईं उपवन पहुंची। आसिफ मौके पर बैठा मिला। पुलिस उसे गिरफ्तार करने के लिए आगे बढ़ी तो आसिफ ने गोली चला दी। पुलिस ने भी जवाबी कार्यवाही करते हुए गोली चलाई जो आसिफ के पैर में लगी और वह घायल होकर गिर पड़ा।

आसिफ को मुठभेड़ में लगी गोली
पुलिस ने आसिफ को हिरासत में लेकर तुरंत उपचार के ल‌िए अस्पताल पहुंचाया और मौके से लूटे गए माल का भारी जखीरा बरामद कर लिया। डीसीपी ने बताया कि साईं उपवन में छिपाकर रखे गए माल में लूटे गए 41 मोबाइल फोन, चार बाइक और तीन स्कूटी बरामद हुए हैं। अभियुक्तों ने गाजियाबाद में आठ वारदातों को अंजाम देना कबूल किया है। आईएमईआई नंबर के आधार पर बाकी मोबाइल मालिकों से संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है। अ‌भियुक्तों के कब्जे से 13 हजार की नगदी भी मिली है।

22 से 28 वर्ष आयु वर्ग के हैं सभी अभियुक्त
पुलिस के हत्थे मुकीम गिरोह के सभी शातिर 22 से 28 वर्ष के आयु वर्ग के हैं। खुद मुकीम में 20 साल का रहने वाला है। इनमें से आसिफ मुजफ्फरनगर का रहने वाला है बाकी सभी गाजियाबाद के अलग- अलग इलाकों के रहने वाले हैं। मकीम संजय कालोनी, अर्थला में रहता है। डीसीपी के मुताबिक सभी अभियुक्तों ने बताया कि स्नेचिंग के लिए मोबाइल और सोने की चेन उनके निशाने पर रहते थे। लूटे गए सामान को बेचकर जो नगदी मिलती थी, उससे मौज मस्ती और अपने शौक पूरे करते थे। गाजियाबाद के थाना कोतवाली नगर, विजय नगर, सिहानी गेट, नन्दग्राम, कविनगर, मधुबन बापूधाम, साहिबाबाद, इंदिरापुरम और कौशाम्बी थानाक्षेत्र में वारदातों को अंजाम दे चुके हैं।

मुकीम गिरोह का क्राइम रिकॉर्ड, सभी गैंगस्टर
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए मुकीम गिरोह के सभी बदमाश बहुत ही शातिर ‌हैं, सबके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई हो चुकी है। सबसे ज्यादा 13 मुकदमें आसिफ के खिलाफ दर्ज हैं। इनमें एक हत्या के प्रयास का मुकदमा गौतमबुद्धनगर का है। दूसरे नंबर मुकीम के खिलाफ नौ मुकदमें हैं। मोहसिन के खिलाफ चार आरिफ के खिलाफ पांच मुकदमें हैं। समीर के खिलाफ लूट के दो और चोरी के चार माामलों समेत आठ मुकदमें दर्ज हैं, जबकि सलमानी उर्फ गुड्डू के खिलाफ लूट और चोरी के चार मामले हैं।

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