ये गाजियाबाद है : बैंक ने एफडी के नाम पर लिए पैसे और कर डाली बीमा पॉलिसी

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Ghaziabad News : गाजियाबाद में एक निजी बैंक की शाखा ने एफडी के नाम पर दो लाख रुपये जीवन बीमा निगम (एलआईसी) में निवेश करने का मामला सामने आया है। महिला को इस बात का पता दो साल पूरे होने बाद उस समय चला वह एफडी तुड़वाने पहुंचीं। बैंक में ढूंढे से भी उनके नाम कोई एफडी नहीं मिली। उन्होंने पूरे वाकया मैनेजर को बताया तो काफी खोजबीन करने के बाद पता लगा की प्रीति सिंह नाम की महिला कर्मचारी ने एफडी के नाम पर उनके खाते से ली गई राशि को एलआईसी में निवेश कर दिया दिया। दो साल बाद उनका पॉलिसी बांड भी बैंक में ही रखा मिला।

पीड़िता ने दर्ज कराया मुकदमा
विजय नगर निवासी महिला के साथ बैंक में एफडी के नाम पर बिना सहमति बीमा पालिसी जारी करने के मामले में सिहानीगेट थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। विजयनगर थानाक्षेत्र के सर्वोदय नगर निवासी कुसुमलता यादव ने सिहानीगेट थाना पुलिस को दी तहरीर में बताया है कि अंबेडकर रोड स्थित आईडीबीआई बैंक में वह अपने पति के साथ 10 मार्च, 2022 को दो लाख रुपये की एफडी कराने गई थीं। उन्हें बैंक में मिली प्रीति सिंह ने बताया था कि वह महिलाओं को मिलने वाली उच्च ब्याज दर वाली एफडी कर देंगी। उन्हें एफडी पर साढ़े छह प्रतिशत का ब्याज मिलेगा। यह भी बताया गया कि निर्धारित दो साल से पहले एफडी तुड़वाने पर एक प्रतिशत का चार्ज बैंक को देना होगा।

एफडी तुड़वाने गईं तो पता चला
4 जुलाई को कुसुमलता बैंक में एफडी तुड़वाने गईं तो पता चला कि उनके नाम कोई एफडी है ही नहीं। पूरी बात बताने के बाद बैंक कर्मचारी ने बताया कि 10 मार्च 2022 को उनके नाम से एलआईसी की एक पालिसी ली गई थी। कुसुम लता का कहना था कि मैने तो दो साल की एफडी कराई थी। उन्होंने मैनेजर से मिलकर पूरी बात बताई। उसके बाद भी बैंक ने कोई कार्रवाई नहीं की है।

कमिश्नर से शिकायत पर दर्ज हुआ मामला
पीड़िता ने मामले की शिकायत पुलिस कमिश्नर कार्यालय में की। शिकायत के आधार पर सिहानी गेट थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। एसीपी नंदग्राम अजय कुमार सिंह ने बताया कि बैंक कर्मचारियों द्वारा की गई धोखाधड़ी के मामले एफआईआर दर्ज की गई है। मामले की जांच की जा रही है।
 

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