ग्रेटर नोएडा से बेहद दर्दनाक खबर : निर्माणाधीन मकान की दीवार ढहने से आठ बच्चे दबे, तीन की मौत, नानी के घर छुट्टी मनाने आए थे लेकिन..

Tricity Today | निर्माणाधीन मकान ढहने से 8 बच्चे दबे



Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा से शुक्रवार शाम को बेहद दुखद खबर आई। एक दर्दनाक हादसे में तीन मासूम बच्चों की मौत हो गई जबकि पांच का अस्पताल में इलाज चल रहा है। बारिश के बाद ग्रेटर नोएडा में यह बड़ा हादसा हुआ। निर्माणाधीन मकान की दीवार गिरने से आठ बच्चे दब गए। इनमें तीन की मौत हो गई।

करीब आधे घंटे तक मलबे में दबे रहे बच्चे
लगभग आधे घंटे तक बच्चे दबे रहे। चीख पुकार सुनकर स्थानीय लोगों ने तुरंत मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया था और बच्चों को रिक्शा से अस्पताल पहुंचाया गया। सूचना के बाद भारी पुलिस फोर्स और एंबुलेंस भी मौके पर पहुंची। तीनों बच्चों के शव पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं। दिल को दहला देने वाली यह घटना थाना सूरजपुर के खोदना गांव की है। बच्चे अपनी नानी के घर छुट्टियां बिताने आए हुए थे। इन्हें एक-दो दिन में ही वापस लौटना था लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। 

कैसे हुआ हादसा 
ग्रेटर नोएडा के खोदना गांव में एक निर्माणाधीन मकान की दीवार गिर गई। यह घटना बारिश के कारण जल भराव की वजह से हुई, जिससे दीवार की बुनियाद मिट्टी का कटाव होने से खोखली हो गई थी। ज्वाइंट सीपी हरि मीणा ने बताया कि सगीर नाम के व्यक्ति के मकान का निर्माण चल रहा है। उसके आसपास सगीर और उनके परिजनों के बच्चे खेल रहे थे। इसी दौरान निर्माणाधीन मकान की दीवार गिर गई और बच्चे इसके नीचे दब गए। सूचना मिलते ही कोतवाली सूरजपुर की टीम और अधिकारी मौके पर पहुंच गए और बचाव कार्य शुरू कर दिए।

इन तीन बच्चों की जान गई
   
- आहद (4 वर्ष)
   - आदिल (8 वर्ष)
   - अलफिजा (2 वर्ष)

घायल बच्चों की उम्र 2 से 16 वर्ष के बीच 
पांच अन्य बच्चों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। घायल बच्चों की उम्र 2 से 16 वर्ष के बीच है। इनकी हालात देर रात सूचना मिलने तक खतरे से बाहर बताई जा रही थी। सभी पीड़ित एक ही परिवार से जुड़े है या रिश्तेदार हैं। यह एक गंभीर दुर्घटना है जो मानसून के मौसम में निर्माण कार्यों के दौरान सुरक्षा उपायों की अनदेखी का जीता-जागता उदाहरण है।

खोदना गांव में हुई दुर्घटना
ग्रेटर नोएडा के थाना सूरजपुर क्षेत्र के खोदना गांव में यह हृदयविदारक घटना सगीर नाम के व्यक्ति के मकान में हुई। अपनी नानी के घर गर्मियों की छुट्टियां मनाने आए बच्चे लुकाछिपी खेल रहे थे, लेकिन तभी दीवार भरभराकर गिरने से  तीन मासूमों को मौत ने अपने आगोश में ले लिया। यह बात क्षेत्र में आग की तरह फैल गई और पूरे गांव में मातम और चीख पुकार मच गई। मृतकों की पहचान आहद (4 वर्ष), आदिल (8 वर्ष) और अलफिजा (2 वर्ष) के रूप में की गई है। इन तीनों की उपचार के दौरान मृत्यु हो गई। अन्य घायल बच्चों में आयशा (16), हुसैन (5), सोहना (12), वासील (11) और समीर (15) शामिल हैं। इन सभी घायल बच्चों का स्थानीय अस्पताल में इलाज चल रहा है।

बारिश और जलभराव हादसे की वजह 
प्रारंभिक जांच से पता चला है कि यह घटना हाल की भारी बारिश के कारण हुए जलभराव की वजह से हुई। स्थानीय प्रशासन ने तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू किया। घायलों को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। निर्माण कार्य में संभावित लापरवाही की जांच भी की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के संबंध में आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी। 

दुर्घटना ने खड़े किए बड़े सवाल
अब बारिश का मौसम शुरू हो चुका है, हालांकि मानसून आने में थोड़ा वक्त है। नोएडा-एनसीआर में चप्पे-चप्पे पर छोटे और बड़े हर तरह के निर्माण कार्य जारी रहते हैं, लेकिन ज्यादातर जगहों पर सुरक्षा के सामान्य उपायों की अनदेखी बेहद आम बात है। छोटी भूल अकसर बड़े हादसों की वजह बनती हैं। भयावह दुर्घटनाएं होने के बाद ही सबक सीखे जाते हैं। 
दिल को झकझोरने वाली इस घटना ने निवासियों और प्रशासन को कड़ा सबक दिया है कि मानसून के मौसम में निर्माण गतिविधियों के दौरान सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन करना कितना जरूरी है। स्थानीय निवासियों ने भी प्रशासन से ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की मांग की है।

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