ग्रेटर नोएडा में पेड़ काटने पर बड़ी कार्रवाई : रियल एस्टेट कंपनी शकुंतलम लैंडक्राफ्ट सील, केस दर्ज 

Tricity Today | मौके पर जांच करते अधिकारी



Greater Noida News : फॉरेस्ट डिपार्टमेंट की टीम ने ग्रेटर नोएडा स्थित रियल एस्टेट कंपनी शकुंतलम लैंडक्राफ्ट को सील कर दिया। कंपनी पर पेड़ काटने के आरोप में यह कार्रवाई की गई है। फॉरेस्ट डिपार्टमेंट पूर्व में इस कंपनी पर केस भी दर्ज करा चुका है। बताया जा रहा है कि कंपनी द्वारा 1500 पेड़ काटे जा चुके हैं। कंपनी पेड़ों को काटकर उनकी जगह आवासीय व अन्य निर्माण की तैयारी कर रहा था। इस पर अफसरों का कहना है कि पेड़ों को काटने की रिपोर्ट कार्रवाई के लिए डीएम को भेज दी गई है। 

1200 बीघा में फैली है कंपनी 
औद्योगिक सेक्टर इकोटेक-3 में करीब 1200 बीघा जमीन पर देवू मोटर्स कंपनी बनी थी। दिवालिया होने के कारण कंपनी बंद हो चुकी है। शकुंतलम लैंडक्राफ्ट प्राइवेट लिमिटेड ने इसे नीलामी में खरीदा था। शकुंतलम ग्रुप यहां औद्योगिक पार्क विकसित करने की तैयारी कर रहा है। इसी वजह से पेड़ों को काटा जा रहा है। कंपनी की जमीन पर इस समय छोटे-बड़े करीब एक लाख पेड़ हैं। शिकायतकर्ता का आरोप है कि 10 जून को भी पेड़ काटने की शिकायत की गई थी, उस समय 1000 से अधिक पेड़ काटे जाने की आशंका थी। जबकि वन विभाग ने 960 पेड़ काटने की बात स्वीकार की थी। इसके बाद भी कंपनी पेड़ काट रही है। करीब 500 से अधिक पेड़ काटे जा चुके हैं। कंपनी पेड़ काटकर निर्माण करना चाहती है, लेकिन उसने पेड़ काटने की अनुमति नहीं ली है। 

चेतावनी के बाद भी काटे जा रहे थे पेड़ 
लगातार शिकायत और पेड़ काटे जाने पर फॉरेस्ट डिपार्टमेंट की टीम मंगलवार को पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची और सभी लोगों को हटाने के बाद कंपनी को सील कर दिया। इधर, फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के रेंजर प्रशांत ने बताया कि विभाग ने शकुंतलम कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। चेतावनी के बाद भी कंपनी पेड़ काट रही थी। 25 जून को भी पेड़ काटे गए। जिस पर कंपनी को सील कर दिया गया है। दोनों बार मौके पर 100 से अधिक पेड़ काटे जाने के साक्ष्य मिले हैं। फिलहाल रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेज दी गई है। वहां से आदेश आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। 

अवैध बोरवेल पर भी होगी कार्रवाई
भूजल विभाग की अधिकारी अंकिता राय ने बताया कि कंपनी में बोरवेल होने की भी शिकायत मिली है। कंपनी ने बोरवेल लगाने के लिए एनओसी नहीं ली है। बोरवेल अवैध है। इस पर कंपनी को नोटिस जारी किया जाएगा। जवाब मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। साथ ही बोरवेल को सील किया जाएगा। फिलहाल कंपनी परिसर को सील कर दिया गया है। सीलिंग खुलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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