नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का असर : अब होगी आगरा की बात, विदेशी मेहमानों के लिए यमुना अथॉरिटी का मास्टर प्लान तैयार

नोएडा | 10 महीना पहले | Jyoti Karki

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Noida Desk : यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) पर पर्यटन और ग्रीनफील्ड उद्योगों को बढ़ावा के लिए यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) आगरा में 10,500 हेक्टेयर जमीन रिजर्व किया है। इसके लिए मास्टर प्लान (Agra Master Plan) तैयार कर रहा है। इस भूमि के 25 फीसदी हिस्से में औद्योगिक विकास, 20 फीसदी में आवासीय और 7 फीसदी जमीन ताजमहल (Taj Mahal)  के आसपास पर्यटन विकास के लिए आरक्षित होगी।  

विदेशी पर्यटकों का रूझान आगरा की ओर 
यमुना अथॉरिटी को अगले साल नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (Noida International Airport) पर कमर्शियल ऑपरेशन शुरू होने के साथ विदेशी पर्यटकों की संख्या में वृद्धि की उम्मीद है। यमुना अथॉरिटी आगरा मास्टर प्लान तैयार करने के लिए जल्द ही एक एजेंसी को नियुक्त करने वाली है। अधिकारियों का कहना है कि चूंकि आगरा एनसीआर का हिस्सा नहीं है, इसलिए विकास योजना YEIDA मास्टर प्लान 2041 में शामिल योजनाओं से अलग होगी। सीईओ डॉ. अरुण वीर सिंह (Dr. Arun Veer Singh) ने कहा कि हमारा लक्ष्य 2031 तक क्षेत्र को विकसित करने का है। 10,500 हेक्टेयर में फैले मास्टर प्लान में, 25 फीसदी भूमि हरित उद्योगों के लिए, 20 प्रतिशत आवासीय उद्देश्यों के लिए, 7 प्रतिशत पर्यटन के लिए और 17 प्रतिशत मनोरंजक हरे स्थानों के लिए होगी। 

कम होगा प्रदूषण का खतरा 
सीईओ डॉ. अरुण वीर सिंह ने कहा कि ताज महल के पास एक मजबूत आतिथ्य उद्योग स्थापित करने की महत्वपूर्ण संभावना है, जो आगरा में यमुना एक्सप्रेसवे के साथ पहली योजना पहल है। ताजमहल के ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए, ऐसे प्रतिष्ठानों से प्रदूषण के खतरों को कम करने के लिए हरित उद्योगों को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इसके अलावा, हम होटल, प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र और प्रदर्शनी स्थलों जैसे विकास की कल्पना करते हुए आगरा में सेवा क्षेत्र को बढ़ावा देने के इच्छुक हैं।

नोएडा एयरपोर्ट से आगरा जाने वालों का बढ़ेगा क्रेज 
नोएडा एयरपोर्ट के पास महत्वाकांक्षी फिल्म सिटी परियोजना के दावेदारों में से एक, भूटानी समूह के सीईओ आशीष भूटानी ने कहा कि ताजमहल को देखने का एक अलग ही क्रेज है। एयरपोर्ट के शुभारंभ के बाद विदेशी पर्यटक यहां आएंगे। आगरा जाना है और ताज महल देखना है। मथुरा और वृन्दावन भी ज्यादा दूर नहीं है। यहां पर्यटक बुनियादी ढांचे और वाणिज्यिक विकास की काफी संभावनाएं हैं। जितनी जल्दी वहां काम शुरू होगा, उतना बेहतर होगा। यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण के अधिकार क्षेत्र में छह जिलों के 1,149 गांव हैं। इनमें गौतमबुद्धनगर, बुलन्दशहर, अलीगढ, हाथरस, मथुरा और आगरा शामिल हैं। 1,149 गांवों में सबसे ज्यादा 415 गांव मथुरा में, 358 गांव हाथरस में, 131 गांव गौतमबुद्धनगर में, 95 गांव बुलंदशहर में, 92 गांव अलीगढ़ में और 58 गांव आगरा में हैं।

तीसरे चरण में होगी आगरा की बात 
यीडा 28 नवंबर को होने वाली 79वीं बैठक में बोर्ड के समक्ष आगरा विकास योजना रखेगी। यमुना अथॉरिटी पहले चरण में गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर को शामिल करते हुए विकास कार्य कर रहा है। साथ ही, दूसरे चरण में शामिल मथुरा और अलीगढ़ जिलों के लिए विकास योजना भी सामने आ रही हैं। आगरा विकास का तीसरा चरण बनेगा।

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