Noida News : हाइपरटेंशन या उच्च रक्तचाप भारतीय युवाओं में तेजी से बढ़ रहा है और पिछले 10-15 वर्षों में यह बीमारी चिंताजनक रूप से बढ़ी है। चिकित्सक इससे स्ट्रोक, हृदय रोग और किडनी जैसी गंभीर समस्याओं की चेतावनी दे रहे हैं। विश्व हाइपरटेंशन दिवस के अवसर पर डॉक्टरों ने लोगों से इस आदत बीमारी के बारे में जागरुक होने और उचित उपाय करने की अपील की।
चेयरमैन ने कहा-
मेट्रो अस्पताल के चेयरमैन डॉ. पुरूषोत्तम लाल ने कहा, "उच्च रक्तचाप शुरुआती दौर में लगभग लक्षणहीन होता है और अक्सर यह अनजाने में ही हृदय स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता रहता है। अनियंत्रित हाइपरटेंशन एक साइलेंट किलर की तरह धीरे-धीरे दिल की कार्यप्रणाली को बिगाड़ता जाता है। नियमित व्यायाम, स्वस्थ आहार और तनाव प्रबंधन से इससे बचा जा सकता है।" बीमारियों का प्रमुख कारण
डॉ. समीर गुप्ता ने बताया कि उच्च रक्तचाप हृदय रोग, स्ट्रोक, किडनी विफलता जैसी जटिल बीमारियों का प्रमुख कारण है। भारत में हर साल 20 मिलियन से अधिक लोग कार्डियोवैस्कुलर रोगों से मरते हैं, जिनमें आधे उच्च रक्तचाप से पीड़ित होते हैं। बुजुर्ग, मोटापे और मधुमेह के रोगियों में इसकी आशंका अधिक होती है।
बचाव का तरीका
चिकित्सकों ने कहा कि नमक और तले भुने खानपान को सीमित करना, धूम्रपान और शराब का सेवन बंद करना व नियमित रूप से व्यायाम करना उच्च रक्तचाप की समस्या से 75 प्रतिशत तक बचाव कर सकता है। साइलेंट किलर हाइपरटेंशन से बचने के लिए जागरुकता और स्वस्थ जीवनशैली बेहद जरूरी है।