नोएडा जलवायु विहार हादसा : 4 मौतों की 2 जांच जारी लेकिन 2 महीने में रिजल्ट जीरो

नोएडा | 2 साल पहले | Mayank Tawer

Google Image | नोएडा जलवायु विहार हादसा



Noida News : विगत 20 सितंबर को नोएडा के सेक्टर-21 की जलवायु विहार हाऊसिंग सोसायटी में दीवार गिर गई थी। उस घटना में चार दिहाड़ी मजदूरों की मौत हो गई थी। नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यकारी अधिकारी रितु माहेश्वरी ने 21 सितंबर, 2022 को अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी मानवेंद्र सिंह की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया। समिति में मुख्य वास्तुकार और टाउन प्लानर व अन्य अधिकारियों को शामिल किया गया था। समिति को जांच करके इस लापरवाही के लिए जिम्मेदारी तय करनी है। जिसके परिणामस्वरूप चार लोगों की मौत हुई। दूसरी तरफ गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने भी अपर जिलाधिकारी को जांच सौंपी है। दोनों ही जांच अब तक ढंग से शुरू भी नहीं हुईं और दो महीने बीत चुके हैं।

जलवायु विहार में दीवार गिरने की घटना की जांच कर रही नोएडा अथॉरिटी की कमेटी ने पिछले दो महीनों में कोई प्रगति नहीं की है। 20 सितंबर को हादसा हुआ था। सीईओ ने 15 दिनों में जांच समिति से रिपोर्ट मांगी थी। अब पता चला है कि समिति को उस क्षेत्र के प्रभारी उपमहाप्रबंधक से पूछताछ करनी है। उनको उपस्थित होने के लिए कहा है। दूसरी ओर प्राधिकरण के सूत्रों ने कहा कि जांच 15 दिनों के भीतर पूरी की जानी थी, लेकिन दो महीने बाद भी जांच मुश्किल से एक कदम आगे बढ़ी है।

नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रितु माहेश्वरी ने 21 सितंबर, 2022 को अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी मानवेंद्र सिंह की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया। इस कमेटी ने अभी तक नाला निर्माण के लिए टेंडर देने वाले अधिकारियों और काम की निगरानी करने वाले सुपरवाइजरों से भी पूछताछ नहीं की है। मरने वाल मजदूरों के परिजन कहते हैं कि जब डप महीनों ऐसा जांच एक कदम आगे नहीं बढ़ी तो पूरी होने में तो बरसों लग जाएंगे।

जांच समिति के अध्यक्ष एसीईओ मानवेन्द्र सिंह ने कहा, "हमने उप महाप्रबंधक को पूछताछ के लिए बुलाया है। उन्हें एक लिखित बयान प्रस्तुत करने के लिए कहा है। हम जल्द ही जांच पूरी करेंगे और जिम्मेदारी तय करेंगे। जांच में देरी हुई क्योंकि समिति का एक सदस्य बीमार पड़ गया था।" मृत श्रमिकों के परिवारों ने आरोप लगाया कि प्राधिकरण ने एक ऐसे ठेकेदार को काम पर रखा था, जिसने यह देखने के बावजूद कि दीवार झुकना शुरू हो गई है फिर भी मजदूरों को काम पर लगाकर रखा। आपको बता दें कि नोएडा पुलिस ने जिम्मेदार ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।

गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने भी इस मामले की अलग से जांच करने का आदेश दिया था लेकिन वह जांच भी कहीं नहीं पहुंची हैं। सुहास एलवाई ने कहा, "हमने अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट से इस मामले में जांच करने को कहा है। एडीएम के जल्द से जल्द जांच पूरी करने की संभावना है।"

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