नोएडा में रियल एस्टेट घोटाला : प्रतीक ग्रुप पर 190 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप, खरीददार बोले- बिल्डर ने दिया धोखा

नोएडा | 2 दिन पहले | Nitin Parashar

Google Photo | Builder Prashant Tiwari



Noida News : उत्तर प्रदेश के नोएडा में रियल एस्टेट क्षेत्र में एक बड़ा घोटाला सामने आया है। प्रतीक ग्रुप पर 190 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी का आरोप लगा है। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने इस मामले में प्रतीक ग्रुप के मालिकों और वरिष्ठ प्रबंधन के खिलाफ प्राथमिकी (FIR) दर्ज की है। आने वाले दिनों में इस मामले के और भी नए मोड़ लेने की संभावना है।
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मामले का विवरण
सेक्टर-107 स्थित प्रतीक एडिफिस के 20 फ्लैट खरीदारों ने शिकायत दर्ज कराई है। आरोप है कि बिल्डर ने वादे से छोटे फ्लैट दिए और अन्य कई नियमों का उल्लंघन किया। FIR में मालिक प्रशांत और प्रतीक तिवारी, वरिष्ठ प्रबंधक सुनील कुमार मित्तल और अंशुमान शर्मा का नाम दर्ज है। इस मामले की पुलिस जांच कर रही है।

प्रमुख आरोप
फ्लैट का आकार : खरीदारों का दावा है कि उन्हें वादे से 10-12% छोटे फ्लैट दिए गए।
अतिरिक्त निर्माणन : स्वीकृत योजना से परे अतिरिक्त निर्माण का आरोप।
लीज रेंट में अनियमितता : 6.4 करोड़ रुपये के बजाय 12.8 करोड़ रुपये वसूले गए।
देरी से कब्जा : कई फ्लैट्स का कब्जा निर्धारित समय से काफी देरी से दिया गया।
सुविधाओं की कमी : वादा की गई कई सुविधाएं और सुख-सुविधाएं नहीं दी गईं।
निर्माण की गुणवत्ता : फ्लैटों में कारीगरी, फिनिशिंग और फिटिंग में कई दोष पाए गए।

पीड़ितों की प्रतिक्रिया
घर खरीदारों ने कहा, "हमें न केवल छोटे फ्लैट दिए गए, बल्कि कई वादा की गई सुविधाएं भी नहीं मिलीं। हमने एनसीडीआरसी से संपर्क किया और एक सर्वेक्षण कराया, जिसने हमारे आरोपों की पुष्टि की।" उन्होंने बताया कि IFMS (ब्याज मुक्त रखरखाव सुरक्षा) के नाम पर 9 करोड़ रुपये से अधिक एकत्र किए गए, लेकिन वापस नहीं किए गए। बिजली, गैस, और अन्य सुविधाओं के लिए अतिरिक्त शुल्क वसूला गया है। बिल्डर ने खुलेआम खरीदारों को लूटा है। कुल मिलकर खरीदारों ने सरकार से कड़े नियम और निगरानी की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

आगे की कार्रवाई
दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सभी आरोपों की गहनता से जांच कर रहे हैं। दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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