Hapur News (सचिन) : तीन दिन पहले महिला अधिवक्ता का हापुड़ में एक सिपाही से विवाद हो गया था। जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ था। काफी विवाद होने के बाद पुलिस ने महिला अधिवक्ता और उनके पिता के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। इस मामले में हापुड़ बार एसोसिएशन ने मंगलवार को पुलिस पर फर्जी रिपोर्ट दर्ज करने का आरोप लगाते हुए तहसील चौराहे पर जाम लगा दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने के जाम खुलवाने का प्रयास किया। जिस पर अधिवक्ता और पुलिसकर्मियों के बीच थी कि नोंकझोंक और खींचतान हो गई थी। इसके बाद पुलिस ने वकीलों पर लाठी चार्ज कर जाम को खुलवाया। इसी घटना के विरोध में मंगलवार दोपहर बाद मेरठ कचहरी में भी अधिवक्ताओं ने हंगामा कर दिया और कचहरी में तैनात पुलिस कर्मियों को कचहरी से बाहर निकाल कर जाम लगा दिया।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार की सुबह एक महिला वकील अपने पिता के साथ कार से गाजियाबाद की तरफ जा रही थी। जैसे ही वह तहसील चौपले के पास पहुंची, पीछे से बाइक पर आ रहे सिपाही की बाइक नियंत्रित होकर कार से टकरा गई। इसी बात को लेकर महिला अधिवक्ता और सिपाही के बीच काफी विवाद हो गया था। मामले में थोड़ी देर बाद पहुंची पुलिस ने वकील और उसके पिता को लेकर थाने पहुंची। वहां सिपाही ने दोनों के खिलाफ केस दर्ज कराया था। इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
जाम के कारण लग गई थी वाहनों की लंबी कतारें
मंगलवार को हापुड़ में अधिवक्ता तहसील चौराहे पर एकत्र हुए और पुलिस द्वारा दर्ज किया गया महिला अधिवक्ता के खिलाफ मुकदमे को वापस करने की मांग करने लगे। इस दौरान वकीलों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जिसके कारण वहां जाम लग गया। जाम लगने से वाहनों की लंबी कतारें लग गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने वकीलों से वार्ता कर जाम खुलवाने का प्रयास किया, मगर बात नहीं बनी। उसके बाद दोनों पक्षों में जमकर नोंक झोंक हो गई। इसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज कर वकीलों को वहां से हटाया। इस दौरान सड़क पर भगदड़ मच गई।
मेरठ में भी अधिवक्ताओं ने लगाया जाम
हापुड़ में वकीलों पर हुए लाठी चार्ज के विरोध में मेरठ में भी दोपहर को अधिवक्ताओं ने हंगामा कर दिया। इस दौरान अधिवक्ताओं ने कचहरी परिसर से पुलिसकर्मियों को बाहर निकाल दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी। इसके बाद अधिवक्ताओं ने कचहरी परिसर के बाहर बने हनुमान मंदिर के सामने जाम लगा दिया। सूचना पर पहुंचे पुलिस के अधिकारी अधिवक्ताओं से बात मामला शांत कराया।