Tricity Today | जेवर एयरपोर्ट को जमीन देने वाले रोही गांव के 1146 परिवार शिफ्ट होंगे
जेवर एयरपोर्ट परियोजना (Jewar Internation Airport) को जमीन देने की वजह से विस्थापित करने वाले परिवारों को दिए जाने वाले भूखंड को दोबारा सर्वे पूरा हो गया है। रोही गांव में 1146 परिवारों को जेवर बांगर में शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए 70 हजार वर्ग मीटर जमीन जरूरत पड़ेगी। यमुना प्राधिकरण (Yamuna Authority) भूखंड विकसित करने के लिए जल्द टेंडर निकालेगा। वहां एक सर्वसुविधा सम्पन्न टाउनशिप बसै जा रही है।
जेवर एयरपोर्ट परियोजना में आने वाले गांवों में से किशोरपुर, दयानतपुर व रोही गांवों के परिवारों को शिफ्ट किया जाना है। इन परिवारों को जेवर बांगर में शिफ्ट किया जाना है। इसके लिए करीब 49 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया गया है। शिफ्ट होने वाले परिवारों को भूखंड देने के लिए सर्वे कराया गया था। पहले सर्वे हुआ था कि मकान के क्षेत्रफल का 50 प्रतिशत विकसित भूखंड दिया जाएगा। लेकिन बाद में फैसला हुआ कि किसानों का अहाता भी शामिल किया जाएगा। इसके बाद जिला प्रशासन ने दोबारा सर्वे किया। ताकि अहाते का क्षेत्रफल भी शामिल कर लिया जाए। अब यह सर्वे पूरा हो गया है। यमुना प्राधिकरण भूखंड विकसित करेगा।
इन गांवों के परिवार भी होंगे शिफ्ट
सर्वे के मुताबिक, किशोरपुर के 46 परिवार शिफ्ट किए जाने हैं। नगरा शरीफ के 553, नगरा छीतर के 692 व दयानतपुर खेड़ा के 223 परिवार विस्थापित होंगे। ये सभी दयानतपुर गांव के मजरे हैं। इसके अलावा रोही गांव के मजरे नगला गणेशी, नगला फूल खां व रोही के परिवार विस्थापित होंगे। इनमें 1146 परिवार हैं। इन परिवारों को करीब 45 एकड़ के भूखंड दिए जाएंगे। यमुना प्राधिकरण इन परिवारों को बसाने के लिए भूखंड विकसित करेगा। किशोरपुर गांव के परिवारों को बसाने के लिए भूखंड विकसित करने के लिए टेंडर निकाल दिए गए हैं।
ये सुविधाएं दी जाएंगी
जेवर बांगर में इन परिवारों को बसाया जाएगा। यहां पर सेक्टरों की तर्ज पर सुविधाएं दी जाएंगी। सड़क, नाली, सीवर लाइन, सामुदायिक केंद्र, स्कूल, अस्पताल आदि बनाए जाएंगे। यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया, जेवर एयरपोर्ट परियोजना के परिवारों को बसाने के लिए यमुना प्राधिकरण भूखंड विकसित करेगा। किशोरपुर गांव के लिए भूखंड विकसित करने के लिए टेंडर निकाल दिए गए हैं।