Ghaziabad News : कुछ दिनों पूर्व बिना नोटिस दिए सिखैड़ा रोड पर स्थित एक फैक्ट्री में सील लगाने का मामला सामने आया था। फैक्ट्री के मालिक यशवीर यादव द्वारा वीडियो के जरिए उत्पीड़न की बात कही गई थी, जिस पर मेरठ मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे. के निर्देश पर फैक्ट्री से सील हटा ली गई है। इस पूरे मामले में एक वीडियो भी सामने आई थी, जिसमें फैक्ट्री मालिक प्रशासन द्वारा शोषण किए जाने पर आत्महत्या की धमकी देता नजर आया था।
यह है पूरा मामला
मोदीनगर स्थित एक फैक्ट्री पर सील लगाने का मामला मेरठ मंडलायुक्त के समक्ष पहुंचा। फैक्ट्री में बिना किसी पूर्व सूचना या नोटिस के सील लगा दी गई थी। फैक्ट्री मालिक ने प्रशासन पर आरोप लगाया था कि उसने लोन लेकर फैक्ट्री शुरू की थी। फैक्ट्री पर बिना सूचना दिए तहसीलदार द्वारा सील लगा दी गई है। फैक्ट्री मालिक यशवीर यादव ने बताया कि उसके ऊपर बिजली का बिल और अन्य खर्च चल रहे हैं। ऐसे में वह कैसे अपना कर्ज उतारेगा। इस मामले में लघु उद्योग भारती ने यशवीर यादव की मदद की और मंडलायुक्त से सील हटाने का आग्रह किया। उसके बाद मेरठ मंडलायुक्त ने इस बारे में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह से रिपोर्ट मांगी। उसके बाद तहसील प्रशासन की ओर से फैक्ट्री की सील को हटा दिया गया।
ऐसे हटी सील
बता दें कि गत दिनों मोदीनगर के तहसीलदार की ओर से सिखैड़ा रोड स्थित यशवीर यादव को बिना नोटिस दिए उनकी फैक्ट्री सील कर दी गई थी। जिसे लेकर उद्यमी की ओर से प्रशासन को चेताया गया था। लघु उद्योग भारती के सदस्य होने के नाते यशवीर यादव का मामला संगठन के हाईकमान के समक्ष पहुंचे संगठन के मोदीनगर इकाई के अध्यक्ष सत्येंद्र गौतम ने लघु उद्योग भारती के मेरठ संभाग अध्यक्ष राजकुमार शर्मा से बातचीत की। उसके बाद संगठन का एक प्रतिनिधिमंडल मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे. से मिला और व्यवसायी के उत्पीड़न से जुड़ी जानकारी उन्हें दी गई। कमिश्नर ने जिलाधिकारी से रिपोर्ट तलब की, जिसके उपरांत फैक्ट्री की सील हटा दी गई।