समस्याओं का शहर ग्रेटर नोएडा वेस्ट : चिपयाना बुज़ुर्ग की सड़कें या पाताल लोक, लोग बोले - प्राधिकरण, सरकार और जनप्रतिनिधि हमेशा रहते है गायब

Tricity Today | चिपयाना बुज़ुर्ग की सड़कें या पाताल लोक



Greater Noida West : ग्रेटर नोएडा वेस्ट में समस्याएं मानो कम होने का नाम ही नहीं ले रही। चिपयाना गांव में भी एक ऐसे समस्या पनप गयी है जो कि प्राधिकरण ने पूरी तरह अनदेखा कर दी है। चिपयाना गांव की सड़कों का हाल इतना बुरा है कि लोग उन रास्तों से जाने में घबरा रहे है जहां उनका घर है।

लोगों की जान को है खतरा
चिपयाना की सड़कों का हाल देख कोई भी वहां से गुजरने के बारे में दो बार सोचेगा। इन सड़कों से स्कूल के बच्चों की बसों से लेकर कई लोग इन गड्ढों से भरे आना जाना करते है। इस सड़क के हालत इतने बुरे है की कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। जनप्रतिनिधि अमित चौधरी, तेजपाल नगर और सांसद महेश शर्मा सिर्फ वोट लेने  के समय लोगों की समस्याओं की बाते करते हैं, इन रास्तों के हालत देख कई बार वहां के लोग आवाज उठा चुके है लेकिन किसी की तरफ से अभी भी सड़कें ठीक करवाने को लेकर और दुर्घटना से इन लोगों को बचाने को लेकर कोई आवाज नहीं आयी है। जाने कब जनप्रतिनिधि अपनी नींद से जागेंगे और ग्रेटर नोएडा वेस्ट का उद्धार कर इस स्मार्ट सिटी को सच में स्मार्ट बनाएंगे।

प्राधिकरण के सारे दावे फेल
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का दावा था कि वह हर गांव को एक स्मार्ट सिटी में तब्दील करेंगे लेकिन यह सब झूठे दावे है। प्राधिकरण से पूछा गया कि आप कब यहां की सड़कें ठीक कराएंगे तो उनका जवाब सुन लोग दंग रह गए - 'उन्होंने कहा कि यह हम यहां पर कुछ काम नहीं कर सकते है। वहीं, कुछ लोगों ने जब चिपयाना का हाल देखा तो उन्होंने ग्रेटर नोएडा वेस्ट के गावों और जगहों की वीडियो और तस्वीरें साझा की जिस से साफ-साफ पता चलता है कि प्राधिकरण, प्रतिनिधि और सरकार को यहां के लोगों के बारे में न कोई फिक्र है और सिर्फ वोट लेने के टाइम ही यहां के लोगों की याद आती है।

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