Hapur News : उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान मेरठ सेक्टर की टीम ने वन विभाग के रेंजर को तीस हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए मौके पर ही गिरफ्तार लिया। आरोप है कि आरोपी रेंजर आंधी में गिरे किसान के पेड़ों के मामले में मुकदमा दर्ज कराने और जुर्माना लगाने की धमकी दे रहा था। पीड़ित की शिकायत पर एंटी करप्शन की टीम से यह कार्रवाई की है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, यूपी सतर्कता अधिष्ठान मेरठ सेक्टर के सीओ दीपक त्यागी ने बताया कि बाबूगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम छपकौली निवासी किसान ने शिकायत करते हुए बताया कि उसने अपने खेतों में ग्रीन गोल्ड कंपनी से अनुबंध कर सागवान के पेड़ लगाए थे। 6 जून 2024 की रात को तूफान आने के कारण 23 पेड़ जड़ से उखड़कर उसके और पड़ोसी के खेत में गिर गए थे। पीड़ित ने बताया था कि इसकी सूचना उसने वन क्षेत्राधिकारी को 10 जून को दी गई थी। डिप्टी रेंजर शशी शेखर शर्मा से भी संपर्क किया था और पेड़ों को गांव अयादनगर में अपने दमाद तेजेंद्र सिंह के घेर में रखवा दिए थे।
रिश्वत मांगने का लगाया था आरोप
एंटी करप्शन टीम को बताया था कि 17 जून को डिप्टी रेंजर शशी शेखर शर्मा मौका मुआयना करने के लिए आए और उसके दमाद तेजेंद्र सिंह को गैरकानूनी तरीके से पेड़ काटने के कारण मुकदमा लिखवाने को कहा और प्रत्येक पेड़ 10 हजार रुपये की दर से जुर्माना भरना पड़ेगा। जबकि उससे से तीस हजार रुपये रिश्वत की मांग की जा रही थी। यूपी सतर्कता अधिष्ठान मेरठ सेक्टर की एसपी टीम हापुड़ पहुंची। संजय विहार आवास विकास कॉलोनी स्थित वन विभाग कार्यालय में डिप्टी रेंजर शशी शेखर ने जैसे ही तीस हजार रुपये लिए तभी एंटी करेप्शन की टीम ने उसे दबोच लिया और नगर कोतवाली ले आई। अधिकारियों ने बताया कि नगर कोतवाली में डिप्टी रेंजर के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। टीम में निरीक्षक केबी सिंह, सुनील कुमार, सतपाल सिंह व अन्य शामिल थे।